मोबाइल-इंटरनेट बंद, सेना का फ्लैग मार्च, आखिर असम में क्यों भड़की हिंसा

मोबाइल-इंटरनेट बंद, सेना का फ्लैग मार्च, आखिर असम में क्यों भड़की हिंसा

Assam West Karbi Anglong Violence

Assam West Karbi Anglong Violence

नागांव: Assam West Karbi Anglong Violence: असम के पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिले के खेरोनी में जारी हिंसक प्रदर्शन के दौरान मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा शर्मा ने इसकी पुष्टि की है. मुख्यमंत्री ने मंगलवार रात सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि की और कहा कि बुधवार को पहाड़ी जिले में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए और सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे.

कार्बी आंगलोंग के चीफ एग्जीक्यूटिव मेंबर और सीनियर बीजेपी लीडर तुलीराम रोंगहांग के डोंगकामोका स्थित घर में सोमवार को आग लगा दी गई. सरकार की हालात को काबू में करने की कोशिशों के बावजूद कार्बी आंगलोंग में तीसरे दिन भी तनाव बना रहा. मंगलवार को जब प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके तो कम से कम 38 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई.

डीजीपी हरमीत सिंह ने कहा, 'हम कल से ही हालात को शांत करने के लिए दोनों पक्षों से बातचीत कर रहे हैं. कल हालात शांत हो गए थे, लेकिन दोनों तरफ से हुए हमलों में हमारे 38 पुलिसकर्मी घायल हो गए.' एक आईपीएस ऑफिसर भी घायल हो गया. कल हमसे वादा किया था कि हम उन्हें परेशान नहीं करेंगे, लेकिन आज उन्होंने गैस सिलेंडर फोड़ दिए और हम पर चिल्लाए.

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने मंगलवार को कहा कि वे वेस्ट कार्बी आंगलोंग में हिंसक विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की जान जाने के बाद वहां के हालात पर करीब से नजर रख रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा और शांति पक्का करने के लिए खेरानी में और सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे.

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा,'मैं वेस्ट कार्बी आंगलोंग में हालात पर करीब से नजर रख रहा हूं. यह बहुत दुख की बात है कि आज की अशांति के दौरान दो लोगों की जान चली गई. शांति बनाए रखने के लिए कल खेरानी में और सुरक्षा बल तैनात किए जाएंगे. हम हालात सामान्य करने और बातचीत से मसले सुलझाने के लिए सभी संबंधित लोगों के लगातार संपर्क में हैं. दुखी परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं. सरकार सभी प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी रहेगी और हर जरूरी मदद देगी.' एक दिन पहले हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू होने के बाद मंगलवार को असम के कार्बी आंगलोंग जिले में भारी सुरक्षा तैनात की गई थी.

इससे पहले कार्बी आंगलोंग के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, निरोला फांगचोपी ने एक रोक का आदेश जारी किया था, जिसमें 22 दिसंबर से अगले आदेश तक बीएनएसएस की धारा 163 लागू की गई थी, ताकि असामाजिक तत्वों को जातीय या सांप्रदायिक गड़बड़ी करने से रोका जा सके और लोगों की जान और संपत्ति की रक्षा की जा सके.

पांच या उससे ज्यादा लोगों का इकट्ठा होना पूरी तरह से मना है, और शाम 5:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक लोगों और प्राइवेट गाड़ियों के आने-जाने पर पूरी तरह से रोक है. आदेश में सार्वजनिक जगहों पर रैलियां, जुलूस या धरने पर भी रोक है. हथियार ले जाने या पटाखे जलाने की इजाजत नहीं है. कोई भड़काऊ या देश विरोधी भाषण, पोस्टर या दीवार पर लिखना नहीं होगा. बिना पहले से इजाज़त के लाउडस्पीकर या माइक्रोफोन का इस्तेमाल नहीं होगा.